Dear Ladies, Don’t Stop Learning सीखना बंद मत कीजिये

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How many books you have read this year ? How many new skills you have mastered? Do you have some creative ideas to implement? If your answer is “I DO NOT GET TIME”. Listen ….

 

अगर मै आपसे पूछु कि इस साल आपने कितनी नई किताबे पढ़ी?, क्या नया स्किल सीखा या क्या अपने खुद के लिए , परिवार और समाज के विकास के लिए आपके पास नए आईडिया या विचार है ? यदि आपका जवाब ये है कि ‘इतना टाइम ही कहाँ है ?’ तो इसे जरुर पढ़े –
हमारे ब्रेन साइंटिस्ट और महान विचारकों ने हमेशा इस बात पर जोर दिया है कि इंसान को हमेशा कुछ नया सीखते रहना चाहिए / इस बात के पीछे कई महत्पूर्ण कारण है जैसे :
१. हर दिन हमारे ब्रेन में लगभग नौ हज़ार न्यूरॉन्स नष्ट हो जाते है लेकिन जब हम कुछ नया सीखते है तो कई नए न्यूरॉन कनेक्शन बनते है जिसके कारण हमारा ब्रेन एक्टिव और यंग बना रहता है /
२. घर का काम, बच्चो का टिफिन, होमवर्क, खुद का काम; सालों से रोज़मर्रा के इन कामों को करते-करते और एक जैसा रूटीन फॉलो करते-करते हम मानसिक रूप से थक चुके होते है / ऐसे में हम सिर्फ अपनी जिम्मेदारी समझकर उस काम को कर रहे है पर उस काम में हमारा इंटरेस्ट नहीं रह जाता / ये चीज़े स्ट्रेस पैदा करती है जिसके कारण एनर्जी लेवल और कम हो जाता है /
3. हमारे दिमाग में अनेकों विचार आते जाते रहते है जिसमे ज्यादातर विचार नकारात्मक होते है / खाना बनाने और घर के दूसरे काम करने, ड्राइव करने जैसे जब भी हम कोई ऐसा काम करते है जिसमे हमारे परफेक्शन के कारण बहुत ज्यादा अलर्ट रहने की या सोचने की जरुरत नहीं होती, उस समय हमारे विचारों का प्रवाह बहुत ज्यादा होता है / आपने कोई न्यूज़ पढ़ी या सुनी, कोई घटना हो गयी, किसी ने आपसे कुछ कह दिया … आप लगातार इस बारे मे सोचते रहते है और ये ही चीज़े आपके स्ट्रेस लेवल को और बढ़ा देती है /
4. समस्याए हम सभी के जीवन का अभिन्न अंग है पर जब कभी भी हम समाधान की दिशा में सोचने की बजाय सिर्फ समस्याओ के बारे में सोचने लगते है, दूसरे ऐसे लोगो से बाते करते है जो खुद भी उन समस्याओ के बारे में बात करते है तो हम एक दुख और निराशा के जाल में उलझ जाते है जिससे बाहर निकलने का कोई रास्ता हमे नज़र नहीं आता क्योकि हम उस रास्ते को देखने के लिए नई तरह से सोचना ही शुरू नहीं करते /
5.और सबसे जरुरी चीज़ ये कि जब हम स्टूडेंट होते है तो सीखने या पढने के लिए हमारे दिमाग में सिर्फ एक चीज़ होती है कि हमें क्लास में या एक्टिविटी में फर्स्ट आना है, किसी कि तारीफ़ सुनना है या डांट पड़ेगी इसलिए सीखना है / पर जब हम इन सब से परे होकर चीजों को सीखते है तो ये हमारे मन को असीम शांति और सुकून देता है और इससे जो उत्साह और ख़ुशी हमें मिलती है वो हमारे सारे स्ट्रेस को गायब कर देती है /
6. कुछ नया सीखते रहने से हम किसी चीज़ के बारे में ज्यादा इनफार्मेशन अपने पास रखते है, हमारा नॉलेज बढ़ता है, हम ज्यादा अनुभवी हो जाते है और ये सब चीज़े हमारा कॉन्फिडेंस बढाती है /

आप ये कहेंगे कि इन सभी बातो हम जानते भी है और मानते भी है पर ‘टाइम कहाँ है ?’ घर की जिम्मेदारियाँ, रोजमर्रा के काम, और जो जॉब कर रहे है उनकी घर के साथ-साथ बाहर की भी जिम्मेदारियाँ; इन सबके बीच टाइम नहीं मिल पा रहा पर टाइम एक ऐसी चीज़ है जिसे मैनेज किया जा सकता है / आप कुछ ही ये सोचकर देखे कि जब आपको कही जाना होता है या कोई गेस्ट घर पर आने वाले होते है तब भी आप घर के सारे कामों के साथ-साथ इस एक्स्ट्रा टाइम को मैनेज कर ही लेती है / कारण सिर्फ ये होता है कि जब हमारे पास कोई टाइम लिमिट नहीं होती तो हम काम को आराम से अपने हिसाब से करते है, बीच में कुछ अनावश्यक कामों को आने देते है और व्यर्थ बाते सोचने में समय व्यर्थ कर देते है पर जब हमारे पास टाइम लिमिट होती है तो हम ज्यादा अलर्ट हो जाते है, अपनी प्रायोरिटी सेट करते है और ज्यादा सोचने की बजाय अपने काम पर ध्यान देते है /
कभी-कभी फ्री टाइम होते हुए भी वो ऐसे ही वेस्ट हो जाता है क्योकि हमारा पहले से कोई फिक्स प्लान नहीं होता कि हमें उस टाइम क्या करना है / अपने टाइम को मैनेज करने के लिए अपने रोजमर्रा के कामों का विश्लेषण करे और देखे कि कितने ऐसे काम है जो आप रोज़ ना करके एक दिन छोड़कर कर सकती है, कितने कामों की जिम्मेदारी आप परिवार के दूसरे सदस्यों से बाँट सकती है, या कितने कामों में आपका ज्यादा टाइम लग रहा है वहाँ आपको टाइम बाउंड होने की जरुरत है / ये भी देखे कि आपकी कौन सी एक्टिविटी ऐसी है जिनसे आपका टाइम वेस्ट होता है या कोई पॉजिटिव आउटकम नहीं मिलता जैसे टीवी देखना, इन्टरनेट या मोबाइल का ज्यादा उपयोग, बातचीत या कुछ और / इनका टाइम आप कम कर सकते है, टाइम सेट करते है / इन सबके बाद थोडा-थोडा समय बचाकर अपने सीखने के लिए समय निकाले / जरुरी नहीं है कि ऐसा समय रोज़ ही निकल पायेगा पर फिर भी वीक में कम से कम २ दिन का समय जरुर निकाले /
इस टाइम में आप अपनी इंटरेस्ट की कोई भी एक्टिविटी कुकिंग, गार्डनिंग, फैशन टिप्स, सिंगिंग, डांसिंग, क्राफ्ट, मेहंदी, कोई नई भाषा, टेक्नोलॉजी या जो भी आप सीखना चाहे, जिससे आपको ख़ुशी मिले और आप कोई स्किल डेवलप कर पाए वो सीखे / आप कोई रेगुलर क्लास अटेंड कर सकते है या चाहे तो ऑनलाइन टुटोरिअल या विडियो की मदद ले सकते है / अगर आपको पढने का शौक है और बुक्स पढने के लिए टाइम नहीं मिलता तो आप ऑडियो बुक डाउनलोड करे या ऐसे एप डाउनलोड करे जो पीडीऍफ़ बुक को पड़कर सुना देते है जैसे वौइस्-अ-लाउड रीडर / ऐसे में घर के काम करते समय आप मोबाइल में ऑडियो सुनकर सीख सकते है /
आपने ये जरुर सुना होगा कि सीखने के लिए हमें किसी स्कूल कि जरुरत नहीं होती, हम कही भी किसी से भी सीख सकते है / इसलिए आप अपने आसपास के लोगो पर, चीजों पर ध्यान दे तो उनसे ही आप बहुत कुछ सीख पायेगी जैसे अपने बच्चो से कोई सब्जेक्ट या लैंग्वेज के स्किल्स / ये बहुत जरुरी है क्योकि जब हम स्टूडेंट थे तब से अब तक बहुत से कांसेप्ट, शब्दों को बोलने का तरीका आदि बदल गए है या जो चीज़े हमें उतने अच्छे से नहीं पढाई गयी थी जो हम अपने बच्चो से आसानी से सीख सकते है /

एक चीज़ आप सबने नोटिस की होगी कि जब भी हम सोशल गेदरिंग में लोगो से मिलते है तो जब कोई कहता है कि मै जॉब में हूँ तो हमारे पास बात करने के लिए कुछ और सवाल होते है किस कंपनी में है, किस पोस्ट पर है इत्यादि / पर जब कोई कहता है कि मै हाउसवाइफ हूँ तो बात वही ख़तम हो जाती है / हम खुद ही अपनी स्वयं की या किसी दूसरे व्यक्ति के इंटरेस्ट, किसी स्किल्स या व्यक्तिगत विशेषताओ के बारे में बात नहीं करते क्योकि हमने इन बातो को कभी महत्त्व ही नहीं दिया होता / इसलिए आप चाहे होम मेकर हो या कंपनी में वर्किंग, खुद की और दूसरो की व्यक्तिगत विशेषताओ को खोजिये, उन्हें महत्त्व दीजिये, कुछ नए स्किल्स डवलप कीजिये और पूरे आत्मविश्वास के साथ आगे बढिए /

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